समोसा और मेरी मोहब्बत😋
चलो रूठ जाओ तुम मैं तुमको मनाता हूं तुम कोई जिद करो मैं पूरा करने में जान लगाता हूं बहुत दिन हो गए तारों की झुरमुट की चमके देखें तुम लिखो कोई गजल मैं उस गज़ल को गुनगुनाता हूं अभी तो वक्त है मुट्ठी में और जज्बात है दिल में चलो रूठ जाओ फिर से मैं तुम्हें फिर से मनाता हूं मेरे हाथों को थाम लो और फिर कोई जिद ना करो तुम दो कसम अपनी मैं वापस लौट आता हूं और भी है बहुत से होना आजमाने को बाकी रखो तुम हाथ दिल पर मैं तुमको अपनी धड़कन सुनाता हूं बहुत दिन हो गए मोहब्बत को खामोशी से निभाते हुए मुझे है तुमसे मोहब्बत है जताना भूल जाता हूं चलो रूठ जाओ फिर से मैं तुम्हें मनाता हूं
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